राहों में फूल बिछा
देंगे , हम दिल क़ालीन बना देंगे
हम राह खड़े तुम आओ
तो, हम सारा शह्र सजा देंगे
तुम अहद-ए-मोहब्बत से पहले , दिल को अपने राज़ी कर लो
दुनिया की फ़िक्र न
करना तुम, हम दुनिया को समझा देंगे
बन-ठन कर निकले हैं
हम भी, कपड़ो में इत्र लगाया है
मिल जाए कहीं तनहा वो अगर , हम दिल की बात बता देंगे
दुनियादारी से अच्छी है , कुछ रौनक़ इस मैख़ाने की
दुनिया ने जो भी दर्द दिए , सब सागर में दफ़ना देंगे
ये लोग बड़े ही शातिर
हैं , अब तिल का ताड़ बना देंगे