दर्द है ज़िंदगी , है दवा जिंदगी
ज़िंदगी का है ख़ुद आसरा ज़िंदगी
ख़त्म हो के भी ये ख़त्म होता नहीं
ख़्वाहिशों का कोई सिलसिला जिंदगी
हर तरफ़ दुख में डूबे हुए लोग हैं
किस तरफ है ख़ुशी कुछ बता ज़िंदगी
ज़िंदगी से ही क्यों है ख़फ़ा ज़िंदगी जिंदगी
रंग कितने हैं तेरे बता ज़िंदगी